Brief Notes from Yajyen – July 04, 2020

यह बड़ा सुंदर ज्ञान है।  जो विद्वान होते हैं,  सब का पालन करते हैं और सारे संसार में पूजनीय होकर सत्कर्म करते हैं।  आप लोग विचार करें और मैं भी विचार करता हूं कि तीसरे मंडल में भी ज्यादातर विद्वान के ही गुण चल रहे हैं।  अगर विद्वान नहीं होंगे तो...

Brief Notes from Yajyen – July 03, 2020

ऋषियों की उत्तम अवस्था के दर्शन से कई जन्मों के पाप मिट जाते हैं।  ओ३म् उतो पितृभ्यां प्रविदानु घोषं महो महद्भ्यामनयन्त शूषम्।  उक्षा ह यत्र परि धानमक्तोरनु स्वं धाम जरितुर्ववक्ष॥ (ऋग्वेद मंत्र ३/७/६) हे मनुष्य! जैसे यह ब्रह्मचारी लोग अपने आचार्य की सेवा...

Brief Notes from Yajyen – July 01, 2020

ईश्वर से यह प्रार्थना है कि वह यज्ञ को पूर्ण करें।  संसार को तो मैं कब का त्याग चुका हूँI बस, धर्माचरण हैI  शिष्यों की देखभाल करनी हैI बरसों से हम अंदर ही हैंI पहले भी केवल यज्ञ के लिए ही बाहर आते थेI ओ३म् आ याह्यग्ने समिधानो अर्वाङिन्द्रेण देवैः सरथं तुरेभिः। ...

Brief Notes from Yajyen – June 24, 2020

भगवान ने इन मंत्रों में इंजीनियरिंग का ज्ञान दिया हैI  इनमें कहा है कि अच्छे-अच्छे यान बनाओ जैसे हवाई जहाज आदिI  यह अग्नि और जल से चलेंI  वेद अनादि हैंI  आज जितने भी हवाई जहाज,  कार,  पानी के जहाज यह सब हवा पानी और बिजली से ही चलते...

Brief Notes from Yajyen – June 23, 2020

ओ३म् तुभ्यं हिन्वानो वसिष्ट गा अपोऽधुक्षन्त्सीमविभिरद्रिभिर्नरः।  पिबेन्द्र स्वाहा प्रहुतं वषट्कृतं होत्रादा सोमं प्रथमो य ईशिषे॥ (ऋग्वेद मंत्र २/३६/१) हम चाहे गरीब घर में पैदा हो चाहे अमीर घर में,  हमें आध्यात्मिक उन्नति करके गरीबी-अमीरी का फर्क मिटाना...