Questions & Answers – January 04, 2023

Anonymous: एक धर्मग्रन्थ को पढ़कर मुझे यह ज्ञात हुआ है कि पति का सम्मान किया जाना चाहिए और यदि वह गलत भी हो तो पत्नी को उसका साथ नहीं छोड़ना चाहिए। और वैसे ही पत्नी के बारे में भी कहा (पत्नी का सम्मान किया जाना चाहिए और उसे नहीं छोड़ा जाना चाहिए)। अगर यह सच नहीं है तो...

Brief Notes from Yajyen – June 30, 2020

एक मंत्र रोज जरूर सुना करो। यह भगवान ने जो ज्ञान दिया कि जो मनुष्य माता पिता के साथ अच्छे कर्म करता है, जो मनुष्य विद्वान के जैसे कर्म करता है.. यहाँ यह ज्ञान है कि विद्वान की तरह जब कर्म करेगा उसको विद्वान से ज्ञान मिलेगा।  विद्वान तो आचरण को मानते हैं। जो आप...

Brief Notes from Yajyen – June 28, 2020

ओ३म् आ नो गहि सख्येभिः शिवेभिर्महान्महीभिरूतिभिः सरण्यन्।  अस्मे रयिं बहुलं संतरुत्रं सुवाचं भागं यशसं कृधी नः॥ (ऋग्वेद मंत्र ३/१/१९) भावार्थ: यदि मनुष्यः सुमित्राणि प्राप्नुयात्तर्हि तं महती श्रीः कथं न प्राप्नुयात्।  इस मंत्र में भगवान कह रहा है कि अगर...

परमात्मा की उपासना से मनुष्य जीवन की पवित्रता

स्वामी राम स्वरूप जी, योगाचार्य, वेद मंदिर (योल) (www.vedmandir.com) ओ३म् धीरा त्वस्य महिना जनूंषि वि यस्तस्तम्भ रोदसी चिदुर्वी ।  प्र नाकमृष्वं नुनुदे बृहन्तं द्विता नक्षत्रं पप्रथच्च भूम ॥ (ऋग्वेद ७/८६/१) (यः) जो परमात्मा (वि) अच्छी तरह (रोदसी) द्युलोक (चित्) और...