यह बड़ा सुंदर ज्ञान है। जो विद्वान होते हैं, सब का पालन करते हैं और सारे संसार में पूजनीय होकर सत्कर्म करते हैं। आप लोग विचार करें और मैं भी विचार करता हूं कि तीसरे मंडल में भी ज्यादातर विद्वान के ही गुण चल रहे हैं। अगर विद्वान नहीं होंगे तो...
ऋषियों की उत्तम अवस्था के दर्शन से कई जन्मों के पाप मिट जाते हैं। ओ३म् उतो पितृभ्यां प्रविदानु घोषं महो महद्भ्यामनयन्त शूषम्। उक्षा ह यत्र परि धानमक्तोरनु स्वं धाम जरितुर्ववक्ष॥ (ऋग्वेद मंत्र ३/७/६) हे मनुष्य! जैसे यह ब्रह्मचारी लोग अपने आचार्य की सेवा...
एक मंत्र रोज जरूर सुना करो। यह भगवान ने जो ज्ञान दिया कि जो मनुष्य माता पिता के साथ अच्छे कर्म करता है, जो मनुष्य विद्वान के जैसे कर्म करता है.. यहाँ यह ज्ञान है कि विद्वान की तरह जब कर्म करेगा उसको विद्वान से ज्ञान मिलेगा। विद्वान तो आचरण को मानते हैं। जो आप...
सबसे महान कार्य जो इस शरीर से जीवात्मा ने करवाना होता है वह यज्ञ है। यज्ञ में ब्रह्मा प्रवचन करता है, बोलता है, विद्या दान करता है। वही ब्रह्मा योग की शिक्षा और हर चीज की शिक्षा देता है। यह सबसे श्रेष्ठ कर्म है। नामकरण या तो जन्म के समय या १०१ दिन के बाद जब मर्जी...
जीव यज्ञ कर करके लंबी आयु प्राप्त करें। यज्ञ से ही पिछले जन्म के कर्मों और इस जन्म के कर्मों का नाश होता है। दुनिया में ईश्वर ने कोई और रास्ता नहीं बनाया है। यज्ञ से ही अष्टांग योग विद्या सिद्ध होगी। केवल योगाभ्यास करने वाले तो आज अरेस्ट हो रहे हैं। योगाभ्यास का...