यज्ञ का पूरे विश्व को लाभ है। जिन्होंने यज्ञ रखा है उनको और भी ज्यादा लाभ है। अथर्ववेद में यह ज्ञान दिया गया है कि जो यज्ञ की दक्षिणा नहीं देता उसका यज्ञ कराने का और आहुतियों का पुण्य खत्म हो जाता है। मेरा कोई ऐसा बेटा-बेटी नहीं है जो दक्षिणा नहीं देता है। इसलिए...
ओ३म् तुभ्यं हिन्वानो वसिष्ट गा अपोऽधुक्षन्त्सीमविभिरद्रिभिर्नरः। पिबेन्द्र स्वाहा प्रहुतं वषट्कृतं होत्रादा सोमं प्रथमो य ईशिषे॥ (ऋग्वेद मंत्र २/३६/१) हम चाहे गरीब घर में पैदा हो चाहे अमीर घर में, हमें आध्यात्मिक उन्नति करके गरीबी-अमीरी का फर्क मिटाना...