Rishi: Guru ji charan sprash, Is janam main jo log garib hain dukhi hain rogi hain.. wo sab pichle janamo ka karm bhog rae hain. Phir humen inki madad kyun karni chayiye. Kyunki inlogon ne bure karm kare aur jiska phal bhog rae hain. Please clarify this point.
Swami Ram Swarup: My blessings to you. Aapne jo puchcha hai us vishaye mein Yog Shastra sutra 1/33 mein kaha ki manushya sukhi se maitree kare, dukhi par karuna kare, punnyavaan se prasanta aur paapiyon kee upeksha kare. Isee se chit nirmal hota hai aur yog sadhna mein aane wale vighno ka ant hota hai. Paapi se udaseen hone se tatparya hai ki na uskee bhalayee mein aur na burayee mein.
KK: महाराज जी को कोटि कोटि प्रणाम।महाराज जी आपका स्वास्थ्य कैसा है।महाराज जी क़र्ज़ की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है।महाराज जी मैंने खेत ठेके पर देने का बहुत प्रयत्न किया।पर कोई भी ऐसा नहीं मिला जो थोड़ा सही रेट दे पाता हर कोई औने पौने पर लेना चाह रहा है।महाराज जी अब हमारे पास जमीन बेचने के अलावा कोई चारा नहीं है परंतु उसके लिए भी जो ग्राहक आरहे हैं वो भी आधे रेट में लेने की बात कर रहे हैं।महाराज जी जमीन बेचने के अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं बचा है महाराज जी जमीन बेचना चाहते तो नहीं हैं लेकिन बहुत मज़बूरी हो गई है बैंक वालों ने गवाहों को बहुत परेशान कर दिया है।वो भी कह रहे हैं कुछ भी करो लोन का पैसा पूरा करो।महाराज जी सामाजिक प्रतिष्ठा तो खत्म सी हो गई है घर पे भी शादी का माहौल हो रहा है वहाँ भी 1 लाख रूपये देने हैं। कहाँ से करूँ क्या करूँ चारों तरफ अंधकार दिखाई दे रहा है।महाराज जी इतनी कृपा कर दीजिए कि ये जमीन 500 रुपए sq ft के रेट से जमीन का सौदा हो जाये।महाराज जी आपसे एक प्रार्थना है कि मेरा ये काम हो जाये प्लीज् महाराज जी हमें बचा दीजिये हम ख़त्म होने की कगार पर हैं।महाराज जी एक बात जाननी है कि हम रोज भगवान से प्रार्थना करते हैं कि हम धनों के स्वामी हो जाएं परंतु दिन ब दिन ऋणों के स्वामी होते जा रहे हैं। महाराज जी हमारी हवन इत्यादि में कोई गलती तो नहीं हो रही होगी जो हमें नज़र न आ रही हो ।महाराज जी मेरे पिता गुरु और भगवान आप ही हैं।आपसे ही प्रार्थना है कि यज्य में मेरे द्वारा की गई प्रार्थनाओं को सुन दीजिये और मेरी एक कामना पूर्ण कर दीजिए ।आपसे बारंबार प्रार्थना है महाराज जी हमें इस कैंसर रूपी ऋण से मुक्ति प्रदान करें।प्रणाम महाराज जी।
Swami Ram Swarup: Mera aako hardik ashirwad, beta. Main theek hoon, beta. Insaan ko apnee taraf se aakhri dum tak purusharath karna chahiye. Phal Ishwar par chchod do. Han! Purusharth mein kami mat lao. Ishwar kuchh na kuchh bhala kargea. Yeh theek hai hum prarthna karte hain ki hum dhan ke maalik ho jaye parantu jaisa maine pehle bhi kai baar pravachan mein kahaa ki prarthna ke saath-saath purusharth kee bhi avashyakta hotee hai tabhi Ishwar sunta hai. isliye aapko aamdani ka koi aur zariya bhi nikalne kee koshish karnee chahiye. Haven etc., mein koi kami nai hai bas haven karte itna hee dhyan dharna chahiye ki hamara dhyan ved mantron ke arthon mein lage. Arthat aahuti ke saaath-saath mann mein pratyek mantra ke arth bhi chalet rahein. Mera aapko hardik ashirwad beta.