दीपक: चरण स्पर्श स्वामी जी! क्या आप कोई विशेष मंत्र दे सकते हैं जिनसे में हवन में आहुति डाल सकूं?  कोई मंत्र जिससे व्यापार में भी सफलता मिल सके..  धन्यवाद।

स्वामी राम स्वरूप:  आशीर्वाद बेटा।  ‘यज्ञ कर्म सर्वश्रेष्ठ ईश्वर पूजा’ नामक पुस्तक में अर्थ सहित मंत्र हैं। आप पुस्तक मंगवा कर उन मंत्रों से रोजाना हवन करें।  आपको बहुत लाभ होगा। 

अज्ञात:  श्री राम ने पुरोहित को दान स्वरूप क्या भेंट किया? 

स्वामी राम स्वरूप: भगवान राम दानी थे। वो वेदों  का अनुसरण करते थे।  वेदों में कहा है कि दान के बिना मुक्ति नहीं है,  सुख शांति भी नहीं है।  इसलिए वे ऋषि-मुनियों को दान देते रहते थे।  जो वेद के ज्ञाता ब्राह्मण थे उनको दान देते रहते थे।  उदारहरणतः  वाल्मीकि रामायण में कहा है कि जब श्रीराम 14 वर्षों के वनवास जाने लगे तो उन्होंने अपनी सब संपत्ति को ब्राह्मणों को दान कर दिया था।